गिरिडीह: जिले के नक्सल प्रभावित पीरटांड थाना क्षेत्र के चिरकी स्थित डाक घर के समीप भटके राही नामक नाटक का मंचन किया गया। गिरिडीह एसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर आयोजित इस नाटक में झारखंड के युवा वर्ग जो नक्सल में जाकर बर्बाद हो रहे हैं तथा झारखंड को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं इसे भी दिखाया गया।अंतिम में जो युवा भटक गए थे वे पुनः नक्सलियों के दस्ते को छोड़कर घर को लौट गए और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।पुलिस के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को भी बताया गया।बता दें कि झारखंड के चाईबासा की संस्था इंद्रधनुष अपने कलाकार अनुपम गोस्वामी ,निर्देशक गोस्वामी,संतोष पोदार,नेहा कुमारी,अमित कुमार,सिकन्दर कुमार,कुंदन कुमार आदि के साथ एसपी के निर्देश पर पीरटांड़ में थाना के बगल में इस नाटक आयोजित की गई।शुरुवात में तो भीड़ नही थी।नक्सलियों के वेश में जब कलाकार नक्सली गतिविधि की नाटक करने लगे तो धीरे धीरे काफी लोग जमा हो गए।साउंड भी था इस कारण आवाज भी दूर तक जा रही थी।आवाज भी कुछ अलग था इस कारण इस आवाज को सुनकर सबों के मन मे एक यह इच्छा भी हुई कि कैसा आवाज है ।किस कार्यक्रम का आवाज है थोड़ा देखा जाय।इससे धीरे धीरे काफी भीड़ हो गयी।जबतक नाटक समाप्त नही हुआ लोग जमे रहे।महिलाएं,पुरूष, बच्चे सभी ने नाटक को देर तक देखा।नाटक में एक बच्ची जो भाई के नक्सल में चले जाने से समाज द्वारा प्रताड़ित अपनी व्यथा भी बता रही थी जिससे कभी कभी दर्शक उदास भी हो जा रहे थे।अंतिम में कलाकारों को लोगों ने शाबासी भी दी।स्थानीय पुलिस के लोग भी इस नाटक कार्यक्रम की सुरक्षा में मजूद थे।एएसआई झरी उरांव,एसआई अनिल मुर्मू आदि लोग मौजूद थे।
- कुमार देवेश