नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर देशभर में कई केंद्रीय विश्वविद्यालय व कॉलेज पूरी तरह से छात्रों के लिए नहीं खोले जा सके हैं। इसका असर विश्वविद्यालय की दाखिला प्रक्रिया पर भी पड़ा है। कई विश्वविद्यालयों में अभी तक पीएचडी का नया बैच नहीं बन सका है। हालांकि अब डीयू, जामिया, जेएनयू, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय जैसे अनेक संस्थानों ने पीएचडी का नया बैच बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
अधिकांश विश्वविद्यालयों में खासतौर पर केंद्रीय विश्वविद्यालयों पीएचडी का नया बैच इस वर्ष के अंत तक प्रारंभ होने की उम्मीद है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया तीनों ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों हेतु प्रवेश परीक्षा ली जा चुकी हैं। वहीं हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) में अब पीएचडी पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने आईएएनएस से कहा कि पीएचडी पाठ्यक्रमों में दाखिले 25 विभागों की 166 सीटों के लिए आयोजित किए गए हैं। आवेदन प्रक्रिया 29 नवम्बर तक चलेगी, 19 दिसम्बर 2021 को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में उपलब्ध 8 पीठों के 25 विभागों में 166 सीटों के लिए शुरू इस आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से आवेदक दाखिला हेतु आवेदन कर सकते हैं।
वहीं डीयू, जेएनयू और जामिया में पीजी व पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित की गई प्रवेश परीक्षा के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि पीएचडी समेत पीजी पाठ्यक्रमों के दाखिले जल्द ही प्रारंभ किए जाएंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित की गई प्रवेश परीक्षा का स्कोर कार्ड पहले ही जारी कर चुका है। छात्र एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट पर यह स्कोर कार्ड चेक कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएट, एमफिल और पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए यह प्रवेश परीक्षाएं 27, 28, 29 व 30 सितंबर और एक अक्टूबर को आयोजित गई थी। प्रवेश परीक्षा दिल्ली-एनसीआर समेत 27 शहरों के परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी। दिल्ली विश्वविद्यालय कि यह प्रवेश परीक्षाएं कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट आधारित मोड पर ली गई थी।
वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पीएचडी, एम फिल और अन्य स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं 20 से 23 सितंबर के बीच आयोजित करवाई गई थीं। इस प्रक्रिया के बाद विश्वविद्यालय के नए बैच व कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। कोरोना संक्रमण के कारण प्रवेश परीक्षा व दाखिला प्रक्रिया में देरी हुई है।