राजद सुप्रीमो लालु यादव जल्द ही रिहा हो जाएंगे। उन्हें झारखंड हाई कोर्ट ने दुमका कोषागार से 3।5 करोड़ रुपये की अवैध निकासी मामले में जमानत दे दी है। लालू अभी दिल्ली के एम्स में इलाज करा रहे हैं। संपर्क के लोगों का कहना है कि लालू अभी घर नहीं जाएंगे। दिल्ली में रहकर ही इलाज पूरा करेंगे। थोड़ा विस्तार में बतायें।। लालू को एकीकृत बिहार के जमाने में दुमका, चाईबासा और देवघर कोषागार से करीब 1,000 करोड़ रुपये अवैध तरीके से निकालने के मामले में दोषी ठहराया गया है। 1991 से 1996 के दौरान, बिहार सरकार के पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने कथित तौर पर दुमका, चाईबासा और देवघर से पैसे निकाले थे। उस समय यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने पहले ही 42 महीने की जेल की अवधि पूरी कर ली है। वकील कपिल सिब्बल और देवर्षी मंडल के इस तर्क पर कोर्ट ने जमानत दी कि लालू ने अपनी सजा की आधी अवधि पूरी कर ली है। 72 वर्षीय यादव न्यायालय की अनुमति से एम्स दिल्ली में अपना इलाज करा रहे हैं। वह कथित तौर पर गुर्दे में गंभीर संक्रमण और फेफड़े में पानी के साथ 16 बीमारियों से पीड़ित हैं। लालू की जमानत के बाद, पार्टी ने एक बयान जारी किया, जिसमें अदालत को धन्यवाद दिया गया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने समर्थकों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनकी जमानत का जश्न मनाने की अपील की है।
लालू यादव को बेल मिलने के बाद समर्थकों में जश्न का माहौल है। कई नेता पटना स्थित लालू यादव के आवास पर पहुंच रहे हैं। वहीं तेज प्रताप यादव भी राबड़ी आवास पहुंचे हैं।आरजेडी अध्यक्ष को मिलने का हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी स्वागत किया है। इसको लेकर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर अपनी खुशी जताई है। लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती ने लिखा है कि- "सभी समर्थकों का कोटि कोटि धन्यवाद!"। वहीं राज्यसभा सांसद और आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने ट्वीट कर लिखा है कि न्यायपालिका का धन्यवाद!! आज बेल मिली है। लेकिन वो दिन भी शायद बहुत दूर नहीं जब तमाम आरोप ताश के पत्ते की तरह ढह जायेंगे। जय हिन्द। "