सालभर में ढाई करोड़ की आय बढ़ी
गिरिडीह नगर निगम की सेहत और सूरत लगातार निखर रही है। जिससे एकऔर जहाँ अत्याधुनिक मशीनों के जरिये शहरवासियों को नागरिक सुविधाये प्रदान की जारही हैा वही राजस्व वसूली का ग्राफ भी बढ़ा हैा जानकारी के मुताविक वितीय वर्ष 2017.18 के मुकाबले चालू वितीय वर्ष 2018.19 में लक्ष्य के विरूद्व 90 फीसद राजस्व की वसूली हुई है ,जो रेर्काड मानी जारही है। पिछले वर्ष 6.करोड़ ,34 लाख, 77 हजार राजस्व प्राप्त हुआ था। जब कि इस वर्ष 31 मार्च, 2019 तक राजस्व वसूली का आकड़ा 8 करोड़ ,89 लाख है। जो विगत वर्ष के मुकाबले ढाई करोड़ अधिक है। नगर निगम के नगर आयुक्त गणेश कुमार ( भा प्र से ) ने राजस्व वसूली पर संतोष व्यक्त किया ओर कहा कि जब तक नगर निगम की आय नही बढ़ेगी शहर के नागारिको को अपेक्षित सुविधाए प्रदान करना कठिन है। उन्होंने शहर वासियों से समय पर होल्डिगं टैक्स, सुविधा शुल्क ,जल कर, ट्रेड लाइसेंस शुल्क ,निगम की दुकानों का किराया,समय पर भुगतान सुनिशित करने का अनुरोध किया और कहा कि नगर निगम प्रशासन को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए यथा संभव प्रयासरत है। निगम के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोजूदा नगर आयुक्त के आने के बाद एक और जहा नागरिक सुविधाओं में बढोतरी हुई है। वही राजस्व वसूली में भी तैजी लाने के प्रयास किये गये हैा फलस्वरूप समय पर कर्मियों का वेतन भुगतान किया जारहा है। जबकि पूर्व में महीनों वेतन भुगतान के अभाव में कार्मियों को आये दिन आंदोलन करना पङता था। अब हर माह समय पर भुगतान हो जाता हैा बताया जाता है कि राज्य सरकार की और से स्थायी कर्मचारियों को वेतनमद में सत्तर फीसद अनुदान दिया जाता है ,शेष तीस फीसद निगम अपने निजी आय स्रोतों से भरपायी करता हैा नगर निगम को होल्डिंग टैक्स,नक्सा शुक्त, जलकर,सुविधाशुल्क, निगम मार्केट के करायों से सैरात के रूपमें व अन्य मदों से कर के रुप में आमदनी होती है। अपनी आमदनी से ही वार्ड पार्षदों, मैयर,उप मैयर को मानदेय देने का प्रावधान है। जिसे नगर निगम प्रशासन निभारहा है।