#FashionFriday अभिनेता रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बृहस्तपतिवार को इस संबंध में घोषणा की. यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब छह अप्रैल को तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं. 70 वर्षीय रजनीकांत तमिलनाडु के रहने वाले हैं और वहां बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक हैं. रजनीकांत को तीन मई को वर्ष 2019 के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जाएगा.
जावड़ेकर ने रजनीकांत को पुरस्कार के लिए चुने जाने की जानकारी देते हुए कहा, ‘भारत हर साल किसी फिल्मी हस्ती को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार देता है. इस बार आशा भोंसले, मोहनलाल, बिस्वजीत चटर्जी, शंकर महादेवन और सुभाष घई की ज्यूरी ने यह चयन किया है.’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने एकमत से इस बात की सिफारिश की कि सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जाए और हमने इसे स्वीकार कर लिया.’
रजनीकांत ने ‘हम’, ‘अंधा कानून’, ‘भगवान दादा’, ‘आतंक ही आतंक’ और ‘चालबाज’ जैसी कई बॉलीवुड फिल्मों में भी अभिनय किया. साल 2007 में उनकी फिल्म शिवाजी भारतीय सिनेमा के इतिहास में तीसरी फिल्म बनी, जो 100 करोड़ के क्लब में शामिल हुई. पांच दशक के अपने करिअर में रजनीकांत को चार तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया. साल 2000 में उन्हें पद्मभूषण और 2016 में पद्म विभूषण सम्मान दिया गया था. रजनीकांत को आखिरी बार साल 2020 में आई फिल्म ‘दरबार’ में देखा गया था. इस समय वह ‘अनाथे’ फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं. बतायें कि भारतीय सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के के नाम पर भारत सरकार ने 1969 में यह पुरस्कार शुरू किया था और इसे भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार कहा जाता है. वर्ष 2018 का फाल्के पुरस्कर अभिनेता अमिताभ बच्चन को दिया गया था. बहरहाल, रजनीकांत ने ट्विटर पर तमिल में पोस्ट किए गए एक लंबे नोट में कहा, ‘भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए मेरे नाम की घोषणा के लिए मैं केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल से धन्यवाद देता हूं.’