कांग्रेस की गलती की वजह से करतारपुर पाकिस्तान में : मोदी

"जब 1947 में भारत को आजादी मिली, जब यहां विभाजन हुआ, तब गद्दी हथियाने की इस तरह की जल्दबाजी थी कि वे नहीं देख सके कि धर्म के आधार पर किए गए विभाजन में, जिसमें मुस्लिम एक नया देश चाहते थे.. और इस तरह की गलतियां कर बैठे कि गुरु नानक देव की शिक्षाओं और उनके अंतिम समय का स्थान पाकिस्तान में चला गया।"

हनुमानगढ़(राजस्थान): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर करतारपुर साहिब को पाकिस्तान में जाने देने की 'गलती' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि कांग्रेस आजादी के बाद 'सत्ता की छीना-झपटी' में व्यस्त थी। उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "पार्टी ने इस पवित्र स्थान के साथ जुड़ी लाखों सिखों की भावनाओं को नजरअंदाज किया।"

मोदी ने कहा कि देश में शासन करने के 70 वर्षो के दौरान भी कांग्रेस करतारपुर में सिखों के मत्था टेकने का प्रबंध नहीं कर पाई।

उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि करतारपुर गलियारे के निर्माण का कार्य उनके जिम्मे आया।

मोदी ने कहा, "हम सत्ता के मोह को समझ सकते हैं, लेकिन मैं आश्चर्यचकित हूं कि कैसे इस तरह के मोह में संतुलन बिगड़ गया और इस तरह की गलतियां हो गईं। जब 1947 में भारत को आजादी मिली, जब यहां विभाजन हुआ, तब गद्दी हथियाने की इस तरह की जल्दबाजी थी कि वे नहीं देख सके कि धर्म के आधार पर किए गए विभाजन में, जिसमें मुस्लिम एक नया देश चाहते थे.. और इस तरह की गलतियां कर बैठे कि गुरु नानक देव की शिक्षाओं और उनके अंतिम समय का स्थान पाकिस्तान में चला गया।"

उन्होंने कहा, "अगर उन्होंने जरा-सी भी समझदारी, बुद्धिमत्ता दिखाई होती तो हमारा करतारपुर, जो हमारी सीमा से महज तीन किलोमीटर दूर है, हमसे दूर नहीं जाता।"

मोदी ने कहा, "कांग्रेस 70 वर्षो तक सत्ता में रही, लड़ाइयां लड़ी गईं, लड़ाइयां जीती भी गईं। बड़े-बड़े वादे भी किए गए। लेकिन वह लोगों के लिए गुरु नानक देवजी के अंतिम स्थान में मत्था टेकने का प्रबंध नहीं करा सके।"

उन्होंने कहा, "यह मेरा सौभाग्य है कि करतारपुर गलियारा बनाने का काम मेरे जिम्मे आया।"

प्रधानमंत्री ने इसके अलावा कांग्रेस पर इससे पहले के दो कार्यकालों के दौरान कई घोटालों में संलिप्त होने का आरोप लगाया और उन्हें वोट देने के लिए लोगों को शुक्रिया कहा।

मोदी ने कहा, "पांच वर्ष पहले का कोई भी अखबार निकाल लें, उनकी हेडलाइन को याद करें, जिनमें कोयला घोटाला, टूजी घोटला का वर्णन रहता था। अखबारों में घोटाले ही रहते थे।"

उन्होंने कहा, "आज पांच वर्ष हो गए, क्या आपने ऐसी किसी भी खबर के बारे में सुना? यह सब कैसे संभव हुआ। यह आपके वोट की वजह से संभव हुआ है।"

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