सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना से निबटने में मोदी सरकार बुरी तरह नाकाम हो गई है। लापरवाही की हद हो गई, जनता रामभरोस है। कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार के साथ लंबे इंटरव्यू के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संकट का मुकाबला करने की बजाय विधानसभा चुनावों पर फोकस करती रही। आज भी मनमाने और पक्षपातपूर्ण फैसले ले रही है।
एक सवाल के जवाब में सोनिया ने कहा, कांग्रेस बिल्कुल तैयार है सरकार के साथ मिलकर इस संकट से निबटने के लिए। कांग्रेस के पास सरकार चलाने और आपदा प्रबंधन का सालों का अनुभव है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक खेमेबंदी से अलग यह लड़ाई भारत बनाम कोरोना है।
सोनिया ने कहा कि मनमोहन सिंह, राहुल व वह खुद सरकार को अच्छे सुझाव देते रहे लेकिन जिस अपमानित करने के अंदाज में सरकार से प्रतिक्रिया आयी उससे उन्हें दुख हुआ है।
एक सवाल के जवाब में सोनिया ने मोदी सरकार के लिए आठ सुझाव भी दिये, जो इस प्रकार हैं:
देश भर के मरीजों को ऑक्सीजन, उद्योगजगत से मिलकर अस्पताल व बेड की व्यवस्था युद्धस्तर पर हो, सच्चाई छुपाये बिना टेस्टिंग की सुविधाएं बढ़ायें, मेडिकल सामग्रियों के कालाबाजारियों पर सख्त कार्रवाई हो, कोरोना से लड़ रहे मेडिकल क्षेत्र के कर्मियों को वित्तीय प्रोत्साहन दी जाए, प्रवासी मजदूरों को घर लौटने के लिए ट्रेन आदि की व्यवस्था और गांवों में मनरेगा के तहत काम मिले, हर परिवार को छह हजार रूपए मदद मिले, सेंट्रल विस्टा जैसे अनावश्यक प्रोजेक्टों का पैसा कोरोना पर खर्च हो।