रांची: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण इन दिनों अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के निशाने पर हैं। सोमवार को परिषद के छात्रों ने रांची कॉलेज परिसर में उनका जबरदस्त विरोध किया। नारेबाजी करते हुए उन्हें 'नक्सल समर्थक' करार दिया। यही नहीं उनकी गाड़ी पर कालिख से आतंकवादी जैसे आरोप लिख डाला। आरएसएस के छात्र कोषांग के तौर पर झारखंड के विभिन्न कालेजों विश्वविद्यालयों में अभाविप इन दिनों काफी सक्रिय है। उनका आरोप है कि पिछले दिनों अनुच्छेद 370 निरस्त किये जाने के बाद कुलपति डॉ शरण ने सरकार की इस कार्रवाई पर नकारात्मक टिप्पणी करते हुए निरस्त किये जाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाया था। सोमवार को डॉ शरण एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने रांची आये थे। इस जानकारी के बाद अभाविप के उग्र युवा वहां पहुंचे और रमेश शरण 'गो बैक' का नारा भी लगाया। बताते चलें कि डॉ शरण की छवि एक विख्यात अर्थशास्त्री की रही है। वह मानवाधिकार मसलों के पक्ष में अपनी राय जाहिर करते रहे हैं। उनकी छवि एक मुखर न्यायप्रिय बुद्धिजीवी की रही है।
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