गठबधन हुआ तो गिरिडीह जिले में ,दो - दो सीटों पऱ झामुमो, कांग्रेस और भाकपा माले लड़ेगी चुनाव

:: कमलनयन ::

झारखंड में अबरख, कोयला और अब स्टील उद्योग में नई पहचान हासिल करने वाले गिरिडीह जिले की छह विधानसभा सीटों को लेकर सियासी तापमान चढ़ने लगा है। किसी जमाने में  लाल, हरे, झंडों और कांग्रेस का गढ़ रहा गिरिडीह  इलाके के राजनैतिक नक्शे पर 2014 के  मोदी लहर में 80 फीसद भगवा रंग चढ़ गया था। और 2019 के लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद तो एक प्रकार से यह कहा जा सकता है कि हर तरफ भगवा रंग है। लेकिन इन सबके बावजूद गैर भाजपा दल अपने बिखरे हुए जनाधार को एक सूत्र में बांधने की ऱणनीति बनाने में जूटा हुआ ह्रै। यह ठीक है कि महागठबंधन नही तो गठबंधन ही सही इस फार्मूले  पर जिले की सभी छह विधानसभा सिंटों पर विपक्ष की और से सतारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) को घेरने की रणनीति पर काम किया किये जारहे  है । राजनैतिक ह्ल्कों में यह तय माना जारहा है कि  राज्य की  चौथी  विधानसभा चुनाव के लिए  झारखंड विकास मोर्चा (प्र)  ( जेवीएम ) को छोड़कर  कांग्रेस , झारखंड मुक्ति मोर्चा ( झामुमो ) और राष्ट्रीय  जनता दल ( राजद ) का गठबंधन आकार लेने की और आगे बढ़रहा है । जिससे वामपंथी दलों को भी प्रभाव वाली सीटों की हिस्सेदारी दिये जाने की लगभग  संभावना तय मानी जारही है।  अगर ऐसा हुआ तो गठबंधन के तहत   गिरिडीह  जिले की छह सीटो  में दो सीटें  गाण्डेय ,जमुआ  कांग्रेस को ,गिरिडीह ,डुमरी झामुमो  को  और धनवार ,बगोदर भाकपा माले के खाते  में जायेगी। विगत  2014 विधानसमा चुनाव नतिजों क़े मुताविक झामुमो की झोली  में डुमरी सीट गयी थी । और गिरिडीह में झामुमो   उम्मीदवार रनर रहे थे । भाकपा माले की झोली में धनवार सीट गयी थी। बगोदर में माले प्रत्याशी रनर रहे थे । कांग्रेस ने 2014  का विधानसभा चुनाव राजद - जद (यू)  गठबंधन के तहत  जिले की चार सीटें  क्रमशः गिरिडीह ,धनवार ,बगोदर ,और गाण्डेय में लडा था ।इनसे से गाण्डेय छोड़कर शेष तीन सीटों पर शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था । गाण्डेय छोड़कर तीनों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी । गिरिडीह  ,धनवार और बगोदर में कांग्रेस को   पॉच हजार से भी कम मत प्राप्त हुए थे ।इस बार कांग्रेस का प्रदेश आलाकमान  स्तर पर गांडेय से पूर्व विधायक रहे डा० सरफराज अहमद को । जमुआ ( सु०) से डा० मंजू कुमारी को  टिकट दिये जाने की चर्चा है। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा डुमरी से  सींटिग जगरनाथ महतो को और गिरिडीह से एक बार फिर विगत  2014 में रनर रहे सुदीप कुमार सोनू को उम्मीदवार बना सकता है। और भाकपा माले धनवार में सिंटिग राज कुमार यादव को एवं बगोदर में पिछले चुनाव में ऱनर रहे विनोद कुमार सिंह को अपना प्रत्याशी बना सकता है।

Add new comment