गिरिडीह: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे ,एकीकृत बिहार प्रेदश कांग्रेस कमेटि के प्रमुख डा० सरफराज अहमद झारखंड मुक्ति मोर्चा में प्रवेश द्वार की दहलीज पर खड़े हैा मौजूदा राजनेतिक परिस्थियों ने उन्हे इस मुकाम पर लाकर खड़े र्किया हैा मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस ,झामुमो ,राजद गठबंधन के तहत गिरिहीह जिले की छह विधानसभा सीटों मे से जमुआ सीट कांग्रेस के खाते में और गिरिहीह ,डुमरी ,धनवार एवं गाण्डेय जेएमएम के खाते में गयी हैा शेष बगोदर सीट भाकपा माले उम्मीदवार विनोद सिंह के समर्थन में यूपीए गठवंधन फिलहाल उम्मीदवार देने के पक्ष में नही हैा
ऐसे में गिरिडीह के पूर्व सांसद डा० अहमद गाण्डेय विधानसभा क्षेत्र से दोबार 1980 और 2014 में चुनाव जीते थे ।बाद के 2009 चुनाव में 35,337 और 2014 के चुनाव में 35 ,727 वोट डा० अहमद को प्राप्त हुए थे। लेकिन 2014 में रनर रहे जेएमएम के स्व सालखन सोरेन को 38,559 वोट हासिल हुए ।जिसके कारण गाण्डेय सीट पर कांग्रेस कायदे से अपना दावा नही कर सकी। और अब तक कांग्रेस अलाकमान चाहकर भी गाण्डेय सीट अपने कोटे में शामिल करने में सफल नही हुई। पार्टी सूत्रों की माने तो कांग्रेस की कोशिश अब भी जारी है। लेकिन जेएमएम सूत्रों की माने तो गाण्डेय जेएमएम की परम्परागत सीट रही हैा राजनैतिक जानकार मानते है कि गाण्डेय विधानसभा सीट पर अल्पसंख्यक और आदिवासी वोटरो का हार जीत में अहमं रोल रहा हैा जब जब इन दोनो जातियों के मतों का विखराव हुआ है भाजपा जीतती रही है ।2014 के चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी के प्रो० जयप्रकाश वर्मा जीते ।भाजपा ने काफी मंथन के बाद एक बात फिर अपने पुराने योद्या को टिकट दिया है । सियासी हल्को में चर्चा है कि डा० अहमद हर हाल में चुनाव लड़ने के मुड में है ।चाहे सिम्बल हाथ हो या तीर धनुष इसका खुलासा एक दो दिनों में हो जायेगा।