नई दिल्ली : आम चुनाव से पहले झारखंड में भी महागठबंधन ने आकार ले लिया है। सूत्रों के अनुसार गैर बीजेपी दलों की साथ लड़ने की सहमति बन गई है और 31 जनवरी को इस महागठबंधन का ऐलान हो सकता है। राज्य में लोकसभा की 14 सीटें हैं। कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच यह सहमति बन गई है कि लोकसभा चुनाव राहुल गांधी और कांग्रेस की अगुआई में लड़ा जाए और सबसे बड़ा दल कांग्रेस रहे लेकिन विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन गठबंधन से सीएम पद के उम्मीदवार होंगे और जेएमएम लीड करेगी।
कांग्रेस लोकसभा तो जेएमएम विधानसभा चुनाव में करेगी लीड
हेमंत सोरेन और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत के बाद इसपर सहमति बनी। इन दोनों दलों के अलावा इस महागठबंधन में पूर्व सीएम बाबू लाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा, आरजेडी और लेफ्ट पार्टियां भी शामिल होंगी। कांग्रेस नेताओं के अनुसार सहमति के बाद अब सीटों की पहचान की जा रही है कि कौन सा दल किस सीट पर लड़ेगा। इसके बाद 31 जनवरी को राज्य के सभी नेता आपस में मिलकर महागठबंधन का औपचारिक ऐलान कर सकते हैं। हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राज्य में लोकसभा चुनाव होने के महज 4-5 महीने बाद ही विधानसभा चुनाव होते हैं। सीटों के समझौते का ऐलान दिल्ली में करने की योजना है।
बीजेपी की बढ़ी मुश्किल
एक तरफ जहां बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दल एक मंच पर आने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के लिए आम चुनाव में अपने सहयोगियों को बरकरार रखने में परेशानी हो रही है। AJSU ने ऐलान कर दिया है कि वह विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी और बीजेपी के साथ उसका गठबंधन नहीं रहेगा। हालांकि. पार्टी ने आम चुनाव के बारे में अभी कुछ नहीं कहा है लेकिन ऐसे समय में विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन तोड़ने का ऐलान करना संकेत दे गया कि दोनों दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। वैसे बीजेपी अभी भी दावा कर रही है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन बरकरार है और समय रहते सारी बातें सुलझा ली जाएंगी। सूत्रों के अनुसार आजसू कम से कम 5 सीटें मांग रही है लेकिन बीजेपी उसे 2 से अधिक सीट देने को तैयार नहीं है।
लोकसभा चुनाव 2014 में झारखंड का परिणाम
कुल सीट-14
बीजेपी-12
जेएमएम-2