रांची: विकेट के पीछे अपनी फुर्ती और चतुराई के लिए मशहूर धोनी ने शुक्रवार को अपने गृहनगर रांची के जेएससीए अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में एक और बार अपनी चतुराई का मुजायरा पेश किया। इस मैच में धोनी ने एक ऐसे पुराने करतब को दोहराया है जो उन्होंन इस मैदान पर हुए आखिरी मैच में भी किया था। धोनी ने विकेटों के पीछे अपनी चपलता आस्ट्रेलियाई पारी के 42वें ओवर में दिखाई। इस समय चाइनामैन कुलदीप यादव गेंदबाजी कर रहे थे। कुलदीप ने 42वें ओवर की आखिरी गेंद शॉन मार्श को गेंद डाली, जिसे उन्होंने कवर्स की दिशा में खेल दिया। गेंद रविंद्र जडेजा के हाथों में गई। उन्होंने तेज थ्रो करते हुए गेंद धोनी को पकड़ाई। धोनी ने अपना करिश्मा दिखाते हुए बिना स्टंप को देखे गेंद हाथ के इशारे से गेंद को विकेटों पर मार दिया और इस तरह दूसरे छोर पर खड़े ग्लेन मैक्सवेल (47) अर्धशतक बनाने से चूक गए।
इस मैदान पर धोनी का यह करिश्मा दूसरी बार देखने को मिला है। इस मैच से पहले भारत ने इस मैदान पर 26 अक्टूबर 2016 को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेला था। इस मैच में भी धोनी ने कुछ इस तरह से ही रन आउट किया था।
धोनी ने तब बिना स्टम्प देखे रॉस टेलर को आउट किया था। उस मैच में गेंद फाइन लेग पर गई थी और धवल कुलकर्णी ने गेंद को थ्रो किया था। धोनी विकेट के आगे खड़े थे। उन्होंने गेंद को अपने दस्तानों से बिना देखे स्टम्प की तरफ डिफलेक्ट कर दिया और गेंद सीधे विकेटों पर जाकर लगी जहां टेलर रन आउट हो गए।
धोनी द्वारा इस तरह के रन आउट अब आम बात नहीं रह गई है। वह चाहे जब अपनी इसी तरह की चपलता से रन आउट करते हैं।
हाल में न्यूजीलैंड के दौरे पर भी धोनी ने इस तरह के एक और आउट किया था। सीरीज के पांचवें और आखिरी वनडे में धोनी किवी टीम के बल्लेबाज जेम्स नीशम को कुछ इसी तरह से आउट किया था। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भी बल्लेबाजों को धोनी से सतर्क रहने की सलाह दी थी।
मैच के 36.2 ओवर में धोनी ने जेम्स नीशम को रनआउट किया था। केदार जाधव की स्पिन गेंद को स्वीप करने के बाद नीशम एक रन लेना चाहते थे। नीशम क्रीज से थोड़ा आगे बढ़े लेकिन खतरे को देखते हुए उन्होंने वापस क्रीज में लौटने की कोशिश की, लेकिन धोनी की फुर्ती के आगे कामयाब नहीं हो पाए। धोनी ने मौका देखते हुए गेंद को विकटों पर मार नीशम को पवेलियन भेज दिया।
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