नई दिल्ली: बिहार के सिवान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक सांसद को बाढ़ पीड़ितों ने दौड़ा-दौड़ा कर लात-घूंसे और कुर्सी से पीटा। सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल वहां बाढ़ राहत शिविर में अनियमितता की शिकायत मिलने पर जांच के लिए गए थे। इसका जायजा लेने के दौरान पंचायत के मुखिया और असामाजिक तत्वों ने उनके साथ मारपीट की। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। कांग्रेस नेता अर्चना डालमिया ने भी इसे ट्वीट कर शेयर किया है।
अर्चना डालमिया ने वीडियो शेयर कर लिखा “जनता परेशान है! ये बिहार के बाढ़ पीड़ित लोग है नीतीश कुमार जी चुनाव आ गया? किस काम के वोट माँगोगे ? यह जो पिट रहे हैं बिहार के महराजगंज संसदीय सीट से भाजपा के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और उनके समर्थक है !जो पीट रहे हैं वो बाढ़ प्रभावित है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार की शाम में सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल अपने समर्थकों के साथ सिवान के लकड़ी नबीगंज स्थित पड़ौली पंचायत भवन पहुंचे। वहां पंचायत के मुखिया के समर्थकों के साथ सांसद के समर्थकों की बहस हो गई। देखते ही देखते मामला बिगड़ गया और हंगामा खड़ा हो गया। दोनों तरफ से लात-घूंसे व कुर्सियों के चलने के कारण अफतर-तफरी मच गई। घटना के दौरान सांसद सिग्रीवाल वहां मौजूद थे। बाद में पुलिस ने पहुंचकर मामले को शांत कराया।
जनता परेशान है! ये बिहार के बाढ़ पीडरित लोग है @NitishKumar जी चुनाव आ गया? किस काम के वोट माँगोगे ? यह जो पिट रहे हैं बिहार के महराजगंज संसदीय सीट से भाजपा के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल और उनके समर्थक है !जो पीट रहे हैं वो बाढ़ प्रभावित है।#BiharFloods #biharelection2020 pic.twitter.com/NPcCZnA81s
— Archana Dalmia (@ArchanaDalmia) August 10, 2020
इस घटना को लेकर मुखिया की तरफ से कहा गया कि जब से बाढ़ आई है तब से सांसद जी कभी नहीं दिखे, अब विधानसभा चुनाव आ रहे हैं तो दिख रहे हैं। सोशल मीडिया में सांसद की पिटाई का यह वीडिय़ो वायरल हो रहा है। राजनीतिक दल भी इस वीडियो को शेयर कर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने भी इस वीडियो को ट्वीट कर चुटकी ली है।
निजामी ने लिखा “आइये आपका इंतजार था। भाजपा नेताओं का स्वागत ऐसे ही किया जाता है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब किसी नेता को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है, इसके पहले भी महाराजगंज के जेडीयू विधायक हेमनारायण साह को लोगों ने घेर लिया था।