मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है। किसानों के संगठन को लेकर उन्होंने कहा है कि, "आंदोलनकारी दलाल, देशद्रोही संगठन हैं।"
उज्जैन पहुंचे कृषि मंत्री पटेल ने सोमवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि, "आंदोलन करने वाले किसान संगठन दलाल, देशद्रोही, विदेशी शक्तियों के इशारों पर पलने वाले हैं। अचानक पांच सौ संगठन सांप, बिच्छू, नेवले की तरह पनप गए हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि, "आने वाले दिनों में कई राजनीतिक दल, जनता और किसानों के बीच जाने लायक नहीं रहेंगे, इनका राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो जाएगा। जब बाढ़ आती है और पानी बहुत ज्यादा हो जाता है, तो सांप, बिच्छू, गोयरा, नेवला एक पेड़ पर चढ़ने लगते हैं और जान बचाने के लिए एक साथ एकत्रित होने लगते हैं। इसी प्रकार देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की बाढ़ आई हुई है, सारा विपक्ष उसमें बह रहा है। सब एकत्रित हो गए हैं और विरोध कर रहे हैं, साथ ही देश को गुमराह कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि, "मप्र का कृषि मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि किसानों को कानून के बारे में बताऊं, किसान गुमराह न हों। इसीलिए भाजपा के मप्र व केंद्र के नेतृत्व ने तय किया है कि इस कानून के बारे में जागरूकता लाएंगे, जन जागरण अभियान के माध्यम से किसान को बताएंगे कि किस प्रकार पांच सौ किसान संगठन कुकुरमत्ते की तरह उठ खड़े हुए हैं। वास्तव में ये किसान संगठन नहीं हैं, ये दलालों के संगठन हैं, ये देशद्रोहियों के संगठन हैं, ये संगठन उन विदेशी शक्तियों के पैसों पल रहे हैं, जो देश को मजबूत नहीं होने देना चाहते हैं।"