जमशेदपुर : पार्टी द्वारा टिकट न दिये जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और निवर्तमान मंत्री सरयु राय ने निर्दलीय चुनाव में उतरने की घोषणा कर दी है। वे जमशेदपुर पूर्व से राज्य मुख्यमंत्री रघुबर दास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। साथ ही वे अपनी सीट जमशेदपुर पश्चिम से भी चुनाव में खड़ा होंगे।
सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी में मुख्यमंत्री के खिलाफ वे स्वयं मैदान में मोर्चा संभालेंगे, जबकि पश्चिम में उनके समर्थक एवं कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे। सरयू राय के इस एलान से भाजपा के समक्ष नयी चुनौतियां खड़ी हो गयी हैं। मालूम हो कि जमशेदपुर शहर की दोनों सीटों पर दूसरे चरण में वोटिंग होनी है, जिसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 18 नवंबर है। ऐसे में अबतक उम्मीदवारी का एलान नहीं होने पर सरयू राय का धैर्य जवाब दे गया है। लोगों की नजर इस बात पर भी टिकी है कि भाजपा यहां से किसे उम्मीदवार बनाती है।
सरयू राय राज्य इकाई के वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते हैं और वे अपनी ही सरकार के खिलाफ हमेशा मुखर रहे। राय ऐसे मुद्दे उठाते रहे जो विपक्ष से भी अधिक मुश्किलें पार्टी एवं सरकार के लिए खड़ी करती रही। सरयू राय ने एक इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में कहा था कि तो मैं सरकार की गर्दन पकड़ूंगा।
उधर, कांग्रेस एवं झामुमो को इसी एलान का इंतजार था। कांग्रेस ने जमशेदपुर पूर्वी से कल अपने उम्मीदवार के रूप में राघव वल्लभ का एलान कर दिया है, लेकिन प्रयास किया जा रहा है कि विपक्षी दल आपसी सहमति कर सरयू राय को समर्थन दे। ऐसा किए जाने पर रघुवर के लिए मुश्किलें अधिक होंगी।