झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) में पहले प्रयास में ही द्वितीय स्थान ( सामान्य वर्ग में) पर डीएसपी पद हेतु चयनित हुए हैं प्रदीप प्रणव बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। कराटे, पर्वतारोहण, स्कूबा डाइविंग व गोताखोरी, हल्के श्रेणी के हवाई जहाज उड़ाने, शूटिंग, पारा सेलिंग, रीवर राफटिंग, हॉर्स राइडिंग, आदि कई विधाओं में यह पारंगत हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रदीप इसे अपना मंजिल नहीं मानते, ये आई पी एस बनना चाहते हैं तथा इसके लिए इन्होंने इस वर्ष UPSC हेतु इंटरव्यू भी दिया है।
हजारीबाग में केंद्र सरकार के अंतर्गत सांख्यिकी पदाधिकारी के पद पर सेवा दे रहे रांची जिले के राहे प्रखंड के पुरनानगर हजारी टोला गांव निवासी प्रदीप की आरंभिक शिक्षा रांची के संत जॉन्स विद्यालय और संत जेवियर्स कॉलेज में मिली। रांची विश्वविद्यायल से एमफिल किया। इससे पहले भी प्रदीप कई अन्य विभागों, जैसे, बैंक, इनकम टैक्स, आदि। एम.फिल. रांची विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण हुए एवं सभी में डिस्टिंक्शन अंक प्राप्त किया ।
प्रदीप प्रणव को कला के क्षेत्र में भी विशेष रूचि है। 42 प्रकार के देशी व विदेशी म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट ( वाद्य यंत्र) बजाते हैं, जिनमें इटली का ओकारिना, जिंबाब्वे का मबीरा, अफ्रीका का काजू, युगांडा का सींगा, कंबोडिया का जेव्हार्प, गिटार, क्लेरिनेट, बैगपाइप, सोपरानो, हारमोनिका , बावु पाइप, स्नेक पाइपर ( चार्मर) प्रमुख है।
प्रदीप पूर्व में झारखंड में बनी नागपुरी फिल्म एल्बम में- “ काले दिल के चुरा ले “ एवं “काजल व बिखरे मोती “ में अभिनय भी किया है। इन्हें पुराने सिक्के व करेंसी नोट जमा करने का भी शौक है, इनके पास करीब 180 देशों के सिक्के व करेंसी नोट हैं। फिलैटली के तहत विश्व के अनेक देशों के हजारों डाक टिकटों का अनुपम संग्रह है। पेलियोग्राफी के तहत इन्हें पुराने लीगल डॉक्यूमेंट( दस्तावेज) रखने का शौक है। इनके पास महारानी विक्टोरिया द्वारा हस्ताक्षरित फोर्ट विलियम बिल्डिंग का 1886 का दस्तावेज, पूर्वी पाकिस्तान (जेसोर) का टेलीग्राम में मौजूद है।
प्रदीप के पिता सुरेश चंद्र महतो सेवानिवृत्त शिक्षक एवम् माता सविता देवी स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार में कार्यरत हैं।