जमशेदपुर/रांची: सेंगर अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने एक विज्ञप्ति जारी करके हेमंत सरकार पर हमला बोला है। दारोगा रूपा तिर्की और भोगनाडीह के रामेश्वर मूर्मू की मौत को हत्या बताते हुए एक बयान दिया है। बयान में कहा गया है, हेमंत को सत्ता के लिए राजनीति करनी है, भले आदिवासी समाज बर्बाद हो जाय। चूँकि jmm+ cong+rjd को वोट की राजनीति में बीजेपी से कोई डर नहीं है। बीजेपी कभी जीत नहीं सकेगी तो jmm को क्या चिंता? भोगनाडी के रामेश्वर मुर्मू या रूपा तिर्की के हत्यारों से क्या मतलब। कुछ दिन लोग हल्ला करेंगे फिर चुप हो जाएंगे। फिर 2024 में चुनाव आयेगा। आदिवासी बिरोधी बीजेपी को jmm+ हरा देंगे। यह चक्र चलता रहेगा। आदिवासी मरता रहेगा।
समाधान - न upa, न nda। तीसरा विकल्प - जनविकल्प: आबोआग दिशोम रे आबोआग राज। बंगाल की राजनीति अपनाना होगा। ममता ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को हराया। जबतक jmm हेमंत सोरेन को सत्ता खोने का डर नहीं होगा रूपा तिर्की को न्याय नहीं मिलेगा। 1932 का खतियान लागू नहीं होगा। लैंड पूल बनेगा। 73% संयुक्त आरक्षण लागू नहीं होगा... हेमंत सोरेन इस्तीफा देंगे तो किसको बिठाओगे ? रूपा तिर्की के न्याय आंदोलन को सिंगुर/ नंदीग्राम आंदोलन बनाना होगा। तभी झारखंड और झारखंडी बचेंगे।