रांची: झारखंड के विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा की सरकार बुरी तरह हार गई है। मोदी-शाह भी नहीं बचा पाये। यहां तक कि मुख्यमंत्री रघुवर दास भी हार गए। उन्हें हराया भाजपा से ही बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सरयु राय ने। जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और विपक्ष के नेता हेमन्त सोरेन दोनों सीटों, दुमका और बरहेट से जीत चुके हैं। बाबुलाल मरांडी भी राजधनवार सीट से चुनाव जीत गए हैं। देर शाम तक प्राप्त नतीजों के अनुसार, जेएमएम कांग्रेस राजद गठबंधन को 47 सीटें मिल गई हैं। 81 सीटों वाली राज्य की विधानसभा में बहुमत के लिए मात्र 41 सीटों की जरूरत होती है।
खबरों के विस्तार में जाएं तो चुनाव के नतीजे से कई चौंकानेवाली बातें सामने आयी हैं। राज्य में बिखरे संगठन के बावजूद कांग्रेस ने पिछले चुनाव में चार सीटों की जगह इस बार 16 सीटें झटक ली हैं।
अकेले जेएमएम ने 30 सीटों पर जीत हासिल कर ली।
तमाम सरकारी मशीनरी, सत्ता की कुर्सी के बावजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने ही दल के बागी सरयु राय से हार गए।
बाबूलाल तो जीत गए लेकिन वे तमाम हेलिकॉप्टर यात्राओं के बावजूद 81 सीटों पर खड़े किये अपने प्रत्याशियों में से मात्र दो को ही जितवा पाये।
आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो की लाज बच गई। वे इस बार सिल्ली विधानसभा से चुन लिये गए। लेकिन विधान सभा में अपने मात्र दो सहयोगियों के साथ उनकी संख्या अब पांच से घटकर 3 रह गई। हां, राजद ने एक सीट जरूर हासिल कर ली। अन्य के खाते में भी आठ की जगह इस बार मात्र चार सीटें ही आयीं हैं।
देर शाम प्राप्त जानकारी के अनुसार रघुवर दास ने मुख्यमंत्री पद छोड़ते हुए इस्तीफा राज्यपाल को पहुंचा दिया है। माना जा रहा है कि जल्द ही हेमन्त सोरेन राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले हैं। वैसे भी चुनाव पूर्व घोषणा के अनुसार गठबंधन का चेहरा भी तो हेमन्त ही हैं।