दिल्‍ली में 2015 की जीत दोहरा सकती है 'आप' : चुनावपूर्व सर्वे

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है। ऐसे में आईएएनएस-सीवोटर के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण से जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में वापस आएगी। आईएएनएस-सीवोटर का चुनाव पूर्व सर्वेक्षण जनवरी के पहले हफ्ते में किया गया और सोमवार को जारी हुआ। इसके मुताबिक यदि चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में हो तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप 2015 में मिली जीत को दोहरा सकती है। सर्वेक्षण का सैंपल साइज 13,076 था। यह दिल्ली चुनाव से संबंधित पहला सर्वेक्षण है।

70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को मतदान होंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी। पिछली बार आप ने 67 सीटें हासिल की थी।

आईएएनएस-सीवोटर सर्वेक्षण के अनुसार, आप को 53.3 फीसदी वोट मिलते, जिससे वह करीब 59 सीटें जीतने के करीब होती। जबकि भाजपा को 25.9 फीसदी वोट के साथ आठ सीटें हासिल होतीं।

कांग्रेस 4.9 फीसदी वोट के साथ चार सीटें जीत पाती अगर चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में होते।

सर्वेक्षण में लोगों को पूछा गया था, 'विधानसभा चुनाव अगर आज होते हैं तो आप किसे वोट देंगे?'

इस दौरान आप को 54 से लेकर 64 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया। भाजपा को तीन से 13 और कांग्रेस को शून्य से छह सीटें मिलने का अनुमान जताया गया।

वर्ष विधानसभा चुनाव में आप को 67 सीटें मिली थी और पांच विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने के बाद उसके 62 विधायक हैं। पंजाब चुनाव में जीत दर्ज करने पर एक विधायक के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में भी उसे एक सीट का नुकसान हुआ था।

वर्ष 2015 में भाजपा ने तीन सीटें जीती थी और बाद उसने उपचुनाव जीता था, इस तरह विधानसभा में उसके चार विधायक हैं।

अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुछ दिन बाकी रह गए हैं। ऐसे में यह तय है कि फोकस अब इन दो दलों पर ही रहेगी।

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