गिरिडीह के नक्सल प्रभावित भेलवाघाटी क्षेत्र में सुरक्षाबलो को मिली बड़ी सफलता

:: कमलनयन ::

मुठभेड़ में तीन नक्सली देर , सीआरपीएफ का एक जवान शहीद

गिरिडीह: झार२वंड के सबसे बड़े नक्सली नरसंघार भेलवाघाटी क्षेत्र में सोमवार को सुरक्षाबलो की बड़ी सफलता मिली है।  सीआरपीएफ और भाकपा माओ वादियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर हुए है  वही केन्द्रीय रिर्जव पुलिस का एक जवान भी इस मुठंभेड़ में शहीद हुआ है।  मुठभेड़ के बाद घटना स्थल से नक्सलीयों के तीन शवों के साथ  भारी मात्रा में  विस्फोटक एवं हथियार बरामद हुए है। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही गिरिडीह के एस पी एस के झा व अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये है। बताया गया कि गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में माओवादियों  का दस्ता सक्रिय है ।इसी के आद्यार पर सीआरपीएफ ने स्पेशल  ऑपरेशन सर्चशुरू किया ।अभियान के क्रम में बंदूकघारी माओवादियो और सुरक्षाबलों का आमना सामना होगया।और दोनो और से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू होगयी। दोनो तरफ से हुई गोलीबारी में सुरक्षाबलों ने तीन माओवादियों को मारगिराया ।वही सीआरपीएफ भेलवाघाटी में पदस्थापित  जवान विश्वजीत चौहान् ( असम) नक्सलीयों की गोली लगने से शहीद होगया । बताया गया कि मुठभेड़ सुबह लगभग 6.30 बजे से आठ बजे तक चली ।गौरतलब है कि गिरिड़ीह जिले के देवरी थाना क्षेत्र के  नक्सलप्रभावित क्षेत्र भेलवाघाटी में वर्ष 2006 में झारखंड का सबसे बड़ा नक्सली नरसंघार हुआ था जिसमे 18 निर्दोस लोगो को निर्मम हत्या भाकपा माओवादियों ने कर दी थी। बतादे की भेलवाघाटी का इलाका  झार२वंड - बिहार की सीमावर्ती इलाका है। जिसके कारण चरमपंथी घटना को अंजाम देकर दोनों राज्यों के सीमावर्ती जंगलों में शरण लेते २हे है।

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