रांची: बाबुलाल मरांडी फिर से भाजपा में शामिल हो गये। रांची के धुरवा स्थित जगन्नाथपुर मैदान (प्रभात तारा मैदान) में सोमवार 17 फरबरी 2020 को एक खास आयोजन में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बाबुलाल मरांडी का गले लगाकर स्वागत किया। शाह ने कहा कि बाबुलाल के आने से झारखंड में भाजपा को बड़ी शक्ति मिली है। और इसके साथ ही माना जा रहा है कि बाबुलाल मरांडी द्वारा 2006 में स्थापित राजनीतिक दल झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) का नामो निशान मिट गया है, भाजपा में विलय हो गया।
भाजपा के बैनर तले आयेाजित उक्त विलय कार्यक्रम, जिसे 'मिलन समारोह' का नाम दिया गया था, में विशेष अतिथि के तौर पर बोलते हुए अमित शाह ने बताया कि वह 2014 से, भाजपा का केंद्रीय अध्यक्ष बनते ही बाबुलाल की वापसी का प्रयास कर रहे थे। बाबुलाल अपनी जिद पर अड़े थे लेकिन अंतत: उन्होंने आना स्वीकार लिया। इसके साथ ही अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की प्रशंसा में भी पुल बांधे। उन्हें एक सफल मुख्यमंत्री का तमगा दिया, यह कहते हुए कि भाजपा चुनाव में हार जीत के लिए राजनीति नहीं करती। देश और जनता का विकास उसकी प्राथमिकता रही है। शाह ने एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को भी नहीं भुलाया। शाह ने कहा कि अब बाबुलाल, रघुबर दास और अर्जुन मुंडा मिलकर झारखंड में भाजपा को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
अमित शाह ने जोड़ा, भाजपा सत्ता में नहीं आयी तो क्या हुआ, एक दमदार विपक्ष की भूमिका निभायेगी। सरकार का कान पकड़कर जनहित के मुद्दे पर काम करवायेगी। हेमन्त सरकार को कोसते हुए उन्होंने पश्चिम सिंहभूम के बुरूगुलीकेरा नरसंहार पर घेरा। शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री सोरेन वहां जाकर भी देाषियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई न कर पाये। शाह ने कहा एक मजबूत विपक्ष के रूप में उनकी पार्टी झारखंड में भ्रष्टाचार, उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलायेगी, सड़क से सदनों तक। इस मिलन समारोह में भाजपा के पूर्व सांसद व वरिष्ठ नेता कडि़या मुंडा, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, ओम माथुर, रघुबर दास, रांची के सांसद संजय सेठ, दीपक प्रकाश, आदि कई नेता विधायक भी मौजूद थे। समारोह में भाजपा और झाविमो के कार्यकर्त्ता भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।