खूंटी/रांची: खूंटी के कुरुंगा गांव में एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म के बाद ग्राम सभा ने एक लाख रुपये उसकी अस्मत का मुआवजा तय किया है। खूंटी के पत्थलगड़ी प्रभावित अड़की थाना क्षेत्र के कुरुंगा में ग्रामसभा ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को एक-एक लाख जुर्माना का सजा सुना कर बख्श दिया। बस इतनी हिदायत दी कि इस फैसले की खबर पुलिस या बाहरी दुनिया तक न पहुंचे। खूंटी विधानसभा क्षेत्र भाजपा सांसद अर्जुन मुंडा के संसदीय क्षेत्र में आता है।
यह वही कुरुंगा गांव है, जो पत्थलगड़ी की आड़ में देशद्रोहियों द्वारा लोगों को भड़काने और कानून हाथ में लेने को लेकर चर्चा में रहा है। यहां पूर्व में पुलिस-प्रशासन के पदाधिकारी व अफसर बंधक भी बनाए गए हैं। एक लाख रुपये देकर सामूहिक दुष्कर्म का मामला रफ-दफा करने की लिखित जानकारी वहीं के कुछ लोगों ने खूंटी के पुलिस अधीक्षक को दी है।
खूंटी एसपी ने अड़की पुलिस को इस मामले में पूरी संवेदशीलता से काम करने का निर्देश दिया है। उधर सामूहिक दुष्कर्म की घटना से आहत पीडि़ता अपने पति का घर छोड़कर मायके चली गई है। महिला के मायके के लोग भी इस घटना के बाद से आक्रोशित हैं। सामूहिक दुष्कर्म की घटना 21 जुलाई की है। बताया जाता है कि उस दिन पीडि़ता के नए घर की पूजा थी।
आयोजन के बाद देर रात लंबू उर्फ डोडा उर्फ बुधु मुंडा, कुदापीड़ी गांव निवासी शीतल मुंडा और कुरुंगा गांव निवासी लाटेया मुंडा ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। अगले दिन 22 जुलाई को दिनभर इस घटना की चर्चा रही। वहीं इस मामले को लेकर कुरुंगा के सलगाडीह में 23 जुलाई को ग्राम सभा की बैठक हुई। बैठक में ग्राम प्रधान सागर मुंडा सहित अन्य सदस्यों ने दुष्कर्म के आरोपितों से जुर्माने के तौर पर एक लाख रुपये देने का आदेश देकर मामले को रफा-दफा करने का फरमान सुनाया।
सीआरपीएफ कैंप से सटा है एक आरोपित का घर
पुलिस को सूचना देने वालों ने बताया कि दुष्कर्म के एक आरोपित का घर गांव के ही बगल में सीआरपीएफ कैंप से सटा हुआ है। घटनास्थल से सीआरपीएफ कैंप की दूरी महज आधा किलोमीटर बताई जा रही है।
घटना के बाद पत्नी को स्वीकारने को तैयार नहीं है पति
सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद पीडि़ता का पति पीडि़ता को स्वीकारने को तैयार नहीं है। उसने अपनी पत्नी पर ही चरित्रहीन होने का आरोप लगा दिया है। बताया जाता है कि गांव के लोग उसे समझाने की कोशिश में लगे हैं।
पहले भी कुरुंगा की एक महिला समेत अन्य तीन से हो चुका है दुष्कर्म
कुरूंगा और आसपास के गांव में दुष्कर्म का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2018 जून में पहले भी कुरुंगा की एक महिला के साथ पास के कोचांग में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। उस समय एक गैर सरकारी संस्था की सदस्यों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी थी। मामला पत्थलगड़ी समर्थकों से जुड़ा होने के कारण काफी चर्चा में रहा था। इसी घटना के बाद रेस में आए पुलिस-प्रशासन ने खूंटी से पत्थलगड़ी समर्थकों को खदेड़ दिया था।
संबंधित घटना को लेकर दो लोगों ने आवदेन दिया है। थानेदार को उक्त आवेदन की जांच का आदेश दिया गया है। गांव की मुखिया समेत अन्य सदस्यों से पुलिस ने पूछताछ की है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनपर कड़ी कार्रवाई होगी।