रांची ः लालपुर के डिस्टिलरी पुल के निकट बने बिरसा मुंडा के समाधिस्थल पर लगी मूर्ति का एक हाथ तोड़ दिया गया। मामले के पीछे किसी गैरआदिवासी समूह की कारगुजारी मानकर शहर के आदिवासियों में रोष व्याप्त है। सोशल मीडिया से खबर मिलते ही शुक्रवार की सुबह लोग समाधिस्थल पर जुटने लगे। कुछ ही घंटों में दृश्य आक्रोश और तनाव का हो गया। उग्र युवाओं ने सड़क बंद कर दिया। नगर विकास मंत्री सीपी सिंह पहुंचे। उन्हें भी उग्र भीड़ ने टिकने नहीं दिया। हेल्मेट मंत्री वापस जाओ और आरएसएस मुर्दाबाद जैसे नारे के बीच किसी तरह अपने सहयोगियों और सुरक्षाकर्मियों के घेरे में मंत्री जी को निकल लेना पड़ा। सोशल मीडिया के जरिये यह धारणा फैल रही है कि भाजपा शासन में गांधी, विद्यासागर, जैसे महान हस्तियों की मूर्तियों को तोड़े जाने की राजनीतिक मंशा कुछ और है। इसी क्रम में बिरसा की मूर्ति तोड़ा जाना झारखंड में उसकी शुरूआत है। बहरहाल, नगर निगम प्रशासन ने पहल की और शुक्रवार देर रात तक मूर्ति की मरम्मत कर दिया गया। लेकिन इससे अलग, नाराज आदिवासी संगठनों ने शनिवार को रांची बंद का आव्हान कर दिया है। प्रशासन इस बंद से निबटने की तैयारियों में परेशान है। कहा जा रहा है कि करीब दो हजार पुलिस बल रांची की सड़कों पर तैनात रहेंगे।
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