लातेहार जिले के दोनकी पंचायत के हेसातु गाँव में 16 मई 2020 को 5 वर्षीय लड़की के मौत का कारण ग्रामीणों ने भूख बताया। लगभग 5 वर्ष की निमानी जगलाल भुइयां और कलावती देवी की बेटी थीं। 10 सदसीय परिवार (पति, पत्नी और चार महीने से लेकर 13 वर्ष तक के 8 बच्चे) के पास जमीन नहीं है और न ही राशन कार्ड है। दो कमरों के घर में छपर टुटा हुआ है और एक बड़ा सा छेद है। कुछ बर्तन, बिस्तर और एक फट्टा हुआ मछरदानी को छोड़कर अन्य चीजे नहीं हैं।
लातेहार जिले के दोनकी पंचायत के हेसातु गाँव में 16 मई 2020 को 5 वर्षीय लड़की के मौत का कारण ग्रामीणों ने भूख बताया। लगभग 5 वर्ष की निमानी जगलाल भुइयां और कलावती देवी की बेटी थीं। 10 सदसीय परिवार (पति, पत्नी और चार महीने से लेकर 13 वर्ष तक के 8 बच्चे) के पास जमीन नहीं है और न ही राशन कार्ड है। दो कमरों के घर में छपर टुटा हुआ है और एक बड़ा सा छेद है। कुछ बर्तन, बिस्तर और एक फट्टा हुआ मछरदानी को छोड़कर अन्य चीजे नहीं हैं।
पिछले कुछ महीनो से, जगलाल भुइयां अपने दो बच्चो के साथ लातेहार जिले के सुकुलहूट में इट भट्टे में माटी थोपने का काम कर रहे थे। जगलाल आखिरी बार होली में अपने घर आये थे फिर वापस इट भट्टे पर काम करने चले गये थे और अभी 17 मई तक वहीं हैं। इट भट्टे पर इन्हें और दो बच्चो खाना मिलता है लेकिन मानसून के अंत तक मजदूरी नहीं मिल पाटा है, जून माह में मिलने की सम्भावना है। इसलिए वे पिछले दो महीनो के दौरान परिवार को पैसे भेजने में असमर्थ थे।
इस दौरान, कलावती देवी के घर में ज्यादातर समय खाना नहीं होता था इसलि उन्हें अपने बच्चो को खाना खिलाने के लिए संघर्ष का रही थी। जन धन योजना के माध्यम से बैंक खाते में 500 रूपये व स्कूल और आंगनबाड़ी से नगद पैसे और कभी कभार खाना छोड़कर सरकार के तरफ से उन्हें कोई सहायता नहीं मिली थी। परिवार का गुजारा यहाँ वहां से उधर लेकर चलता था और कुछ पड़ोसियों ने सहयोग किया था। जब हमने कलावती से पूछा की आप और आपके बच्चे पिछले कुछ दिनों से क्या खा रहीं हैं, उन्होंने दर्द भरी आवाज से कहा की “हम क्यां खाते जब हमारे पास कुछ खाने को नहीं है”।
आस पास के लोगो और कलावती ने बताया की निमानी किसी भी बिमारी से पीड़ित नहीं थी। लेकिन 16 मई को शाम में वह अचानक पड़ी थी फिर कुछ देर बाद ही निमानी की मौत हो गयी। कलावती ने बताया की पहले भी दिन में उल्टी हुआ था।
स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा देवी ने बताया की निमानी दोपहर में नदी में नहाई थी शायद इसी कारण से उसे लू लग गया होगा या इसी तरह का कुछ भी। कई लोगो (निमानी के माता-पिता और पड़ोसियों) के बयान के अनुसार इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की मुख्य कारण भूख था।
डोंकी पंचायत के मुखिया पति गोपाल उरांव (मुखिया- पार्वती देवी) 17 मई को 12 बजे दिन में जगलाल और कलावती के घर आये थे उन्होंने सहमती दी की दस हजार रूपये के मुखिया कोष से उन्हें राशन नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा की कोष में पैसा ख़त्म हो गया था, दूसरी क़िस्त की मांग के लिए मुखिया ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को लिखित रूप में आवेदन दिया था।
स्थानीय राशन डीलर इश्वरी प्रसाद गुप्ता ने बताया की गैर राशन कार्डधारी परिवारों को राशन देने का कोई प्रावधान नहीं है जबतक की ऑनलाइन राशनकार्ड के लिए आवेदन नहीं किया गया हो। डीलर को 7 परिवारों का सूचि मिला था जीसे वे 10 किलो प्रति माह राशन देते हैं। डीलर ने बताया की, हेसातु और नईहारा के 64 गैर राशन कार्डधारी परिवारों सूचि तैयार कर प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौपे थे लेकिन अभी तक उनके लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
आंगनबाड़ी सहिया विस्तार से इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा की 16 मई को दोपहर में सूबेदार भुइयां उनके घर आये थे और बताया की निमानी भूखे रहने की वजह से अचानक से गिर पड़ी थी। उसने कहा की निमानी तीन दिनों से खाना नहीं खाया था। सेविका उनलोगों को स्वास्थ्य केंद्र जाने का सुझाव दिन थी। जब तक उनसे मिलने पहुंची, निमानी जीवित नहीं थी।