दिवाली पर जियो का झटका!.. दूसरे नेटवर्क पर कॉल कर पर लगेगा चार्ज

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

नई दिल्ली: दिवाली पर जियो के ग्राहकों को झटका लगा है। दरअसल टर्मिनेशन शुल्क खत्म करने के फैसले पर ट्राई द्वारा पुनर्विचार करने के बाद Jio शुल्क लेने को बाध्य है। जियो नेटवर्क से अन्य ऑपरेटरों के नेटवर्क पर किए गए कॉल पर 6पैसा प्रतिमिनट IUC चार्ज का भुगतान करना होगा । IUC के जीरो होने तक ही टॉप-अप वाउचर के माध्यम से टर्मिनेशन शुल्क लिया जाएगा । हालांकि ग्राहकों को IUC टॉप-अप वाउचर के मूल्य के बराबर का डेटा फ्री में मिलेगा।

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मंदी में देश और हकीकत झुठलाती ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

एक ओर जहां देश आर्थिक मंदी की बुरे दौर से गुजर रहा है वहीं चार दिन चली ई-कॉमर्स कंपनियों की बिक्री ने 26 हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया!.. केवल तीन दिन में इन कंपनियों 12.6 हजार करोड़ रुपये का सामान पूरे देश में बेच लिया था। कंपनियों ने केवल 750 करोड़ रुपये के प्रीमियम स्मार्टफोन पहले दिन बेच दिए थे। यह बिक्री का रिकॉर्ड कहता है कि देश में मंदी की बात करना बेमानी है, हालांकि यह पूरा सच नहीं है। खुद आरबीआई का सर्वे भी मंदी की और इशारा कर रहा है। 

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सोशल मीडिया पर आम आदमी की दखल बढ़ी, कंटेंट के मामले में पिछड़ गईं कंपनियां

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

सोशल मीडिया पर हम और आप हर रोज फोटो-वीडियो समेत तमाम तरह के कंटेंट शेयर कर रहे हैं। यहां चौकाने वाली चर्चा यह है कि सोशल मीडिया आम आदमी के भरोसे जिंदा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सोशल मीडिया पर 79 फीसदी कंटेंट आम लोग ही तैयार कर रहे हैं। बता दें कि साल 2013 में यह आंकड़ा महज आठ फीसदी था।

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IIT Kharagpur’s Annual Global Business Model Competition, Empresario Launched

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

This year, Entrepreneurship Cell IIT Kharagpur are proud to present Empresario 2020 in association with the prestigious International Business Model Competition (IBMC) which is co-hosted by Stanford, Harvard and Brigham University.Empresario is the official qualifier to IBMC from India. The best entries in all categories will get a sponsored trip &direct entry in the quarter-finals of IBMC 2020, which will be conducted abroad.

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फेक न्यूज पर सरकार गंभीर, हॉटस्टार, नेट फ्लिक्स के लिए भी सेंसर जरूरी: जावड़ेकर

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

नई दिल्ली: फर्जी खबरों/फेक न्यूज को पेड न्यूज के मुकाबले ज्यादा खतरनाक बताते हुए केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि सरकार और मीडिया को इससे साथ मिलकर लड़ने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगी, जिससे मीडिया की आजादी कम हो। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और फिल्मों की भांति वेब स्ट्रीमिंग साइटों (ओटीटी) के लिए भी नियमन का होना आवश्यक है।

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शाखा में आए थे महात्मा गांधी, स्वयंसेवकों के अनुशासन की प्रशंसा की थीः भागवत

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि महात्मा गांधी विभाजन के दिनों में दिल्ली में एक शाखा में आए थे और स्वयंसेवकों का अनुशासन और उनमें जाति-पांति की भावना का अभाव देखकर प्रसन्नता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक प्रतिदिन प्रातःकाल एकात्मता स्त्रोत्र में महात्मा गांधी के नाम का उच्चारण करते हुए उनके जीवन का स्मरण करते हैं।

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बिहार में बारिश को लेकर अलर्ट जारी, अधिकांश जिलों में स्कूल बंद

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

पटना: बिहार के लगभग सभी क्षेत्रों मे हो रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट जारी है। वहीं, मौसम विभाग ने आने वाले एक-दो दिनों में राज्य के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश की संभावना को देखते हुए पटना सहित राज्य के अधिकांश जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

पटना का शनिवार को न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आने वाले एक-दो दिनों तक राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे तथा कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

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धनवार: पहाड़पुर नदी पूल क्षतिग्रस्त, आवागमन वाधित, कई गाँवो का संर्पक प्रखण्‍ड मुख्यालय से टूटा

:: कमलनयन ::

गिरिरीह: गिरिडीह जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से होरही  लगातार बारिश  से एक ओर लोगो का जहाँ जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वही दूसरी ओरधनवार प्रखण्ड के  पहाड़पुर स्थित नदी पर बने पूल का एक हिस्सा  ध्वस्त  हो गया जिसके  कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया  है ।पुल के धसने से दोनों तरफ के हज़ारों लोगों की चिंताये बढ़ गई हैा बताया गया कि शनिवार को  अहले सुबह इसकी जानकारी तब आस-पड़ोस के लोगों को मिली जब लोग घूमने के लिए उक्त नदी तरफ आये  और उसके बाद पूल के दोनों तरफ फँसे ग्रामीणों की भीड़ जमा होगयी । बताया गया कि  पुल का निर्माण लाखों की लागत से 10 वर्ष पूर्व किया गया था  पुल सात स्पेन

पड़ताल: सर्वे के सहारे लोगों की जिंद़गी तबाह करने पर तुला हुआ है वन विभाग

:: अरविन्द अविनाश ::

रमकंडा प्रखंड के कई गांवों में गाड़े जा चुके हैं पिलर
फसलों को रौंद कर कर दिया पौधरोपण

चाहे ब्रह्मदेव उरांव हो या कि पीताम्बर उरांव, अतबल मुंडा हो या कि रोशन तिर्की। बुधन भुईहर बताते हैं कि उन्हें भी आज से 60 साल पहले ही भूदान की जमीन मिली थी। बाप-दादे जमाने से उसमें खेती करते आ रहे थे, लेकिन वन विभाग ने पिलर गाड़ कर उसे हथिया लिया। डीएफओ का कहना है कि नक्शा के आधार पर ही नापी हुआ है। हम अपनी नौकरी नहीं देंगे। नक्शा हमने नहीं बनाया है। यदि नक्शा गलत है तो इसकी जिम्मेवारी हमारी नहीं है। आप लोग नक्शा सुधारवा दीजिए, नया नक्शा बनवा दीजिए, हम उससे ही नापी करवा देंगे। 

कहीं पे ठहाका-कहीं पे विशाद या यों कहेे कि कहीं पे खुशी-कहीं पे गम। यह कहावत 9 अगस्त, 19 को पूरी तरह चरितार्थ हो रही थी, गढ़वा जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर रमकंडा के दुर्जन गांव में। भारत समेत पूरी दुनिया में; अंतराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर जब, आदिवासियों के अधिकार, स्वतंत्राता व सुरक्षा की बात दुहरायी जा रही थी, ठीक उसी समय गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड के दुर्जन गांव के मनी उरांव के खेतों में लगे अरहर, मकई व धान के बिचड़ों को जेसीबी मशीन से रौंद कर पौधा लगाया जा रहा था। मनी उरांव पुरखा जमाने से आबाद की गई जमीन पर लगाये गए अरहर, मकई व रोपने के लायक तैयार हो गये धान के बिचड़ों को ब

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बलिगढ़ में बलवानों का अनोखा कारनामा, भुईयां लोगों की सारी जमीन करवा ली अपने नाम

:: अरविन्द अविनाश ::

गांव का पूरा भुईया समाज अपने खेत में लगी फसल को न तो काटने की स्थिति में है और न ही उपयोग में लाने की। मकई तैयार है और धान भी बढ़ कर लहलहा रहे हैं, लुटने वालों की मन की तरह। लेकिन न तो कोई मकई तोड़ सकता है और न ही धान को काट सकता है। कारण पूरी विवादित जमीन पर 144 लागू है। दोनों पक्ष जमीन का असली मालिक होने का दावा कर रहे हैं। विवाद के जड़ में सर्वे है, जो आज से 34-35 साल पहले यानी 1979-80 में शुरू हुआ था।

रंक को राजा और राजा को रंक होने की कहावत बहुत पुरानी है। अनायास ऐसा विश्वास नहीं होता। लेकिन जब मिथ लगने वाली बात यथार्थ में बदलती दिखे तो मानना ही पड़ता है। यही हुआ है, गढ़वा के रमकंडा प्रखंड के बलिगढ़ गांव में। बलिगढ़ में बलवानों का अनोखा कारनाम देखने को मिल रहा है। 1966-67 का भीषण अकाल न सिर्फ पलामू में बल्कि पूरे देश में चर्चित हुआ था। एक सौ पांच साल पहले यानी 1914 में एकसाथ आकर भाई की तरह बसे भुईया व खेरवार समुदाय के लोग, जो गांव के असली वशिंदे व कास्तकार थे, आज दाने-दाने को मोहताज होने के कगार पर हैं और एक समय रिरिया कर अनाज रखने के लिए इनसे जमीन का टुकड़ा मांगने वाला आज राजा बन बैठा है। <

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