क्या भारत में है तीसरी लहर की संभावना?
सार्स कोव-2 वायरस का एक नया वेरिएंट फिर से वैश्विक समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। इस वेरिएंट को पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में रिपोर्ट किया गया था और 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस नए वैरिएंट को 'ओमिक्रॉन' नाम दिया है और इसे 'वेरिएंट ऑफ कन्सर्न' के रूप में वर्गीकृत किया है।
इसके इतर यह नया वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, बोत्सवाना और हांगकांग में भी मिल चुका है और ऐसी आशंका है कि ये जर्मनी और चेक गणराज्य जैसे देशों में भी पाया जा सकता है। हालांकि, भारत में अभी तक इसकी कोई सूचना नहीं मिली है।